Wednesday, June 15, 2022

जंगल में आग

वो एक अफवाह उड़ाते हैं
जंगल में आग लगाते हैं

नादानों की फेहरिस्त बनाके
पत्थर हाथों में थमाते हैं

खून में गर्मी है जिनके
जलसे में उन्हें बुलाते हैं

तेरा मजहब सबसे बड़ा
ये कहकर उकसाते हैं

मजबूरों की मजबूरी का
कुछ वो फायदा उठाते हैं

हुक्मरान हैं जो *विंकल*
अल्लाह राम को लड़वाते हैं

गौरव कुमार *विंकल*

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