Saturday, June 11, 2022

खुद से वादा कर



जीवन अपना सादा कर
जरूरतों को आधा कर

जुबान पर लगाम रख
यूं पार ना मर्यादा कर

सब बुरे विचार त्याग दे
नेक अपना ईरादा कर

गलतियों को मान जा
बहस ना तू ज्यादा कर

मन किसी का मत दुखाना 
विंकल खुद से वादा कर

गौरव कुमार *विंकल*

12 comments:

  1. आपकी लिखी रचना सोमवार 13 जून 2022 को
    पांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

    संगीता स्वरूप

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  2. सरल,सहज,भावपूर्ण अभिव्यक्ति।
    सादर।

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  3. वादा तभी मुकम्मल होगा
    सादर..

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  4. बढ़िया नसीहत 👏👏

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  5. बहुत सुंदर सराहनीय सृजन

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  6. बहुत सुंदर सराहनीय सृजन

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  7. सुंदर सृजन

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  8. सुंदर प्रस्तुति के लिए बधाई

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