मेरी तरफ जो अभी नजर हुयी थी
वो कितने अश्कों से भरी हुयी थी
कर गया है कोई धोका उससे
इस ख्याल से वो डरी हुयी थी
प्रीतम को पाने की सब ख्वाहिशें
उसकी नजर में अब मरी हुयी थी
वो आएगा और उसे संग ले जायेगा
इक पक्की जुबान ये करी हुयी थी
सिन्दूर, मेहँदी, कंगन, सब चीजें विंकल
उसने अपनी चोखट पर धरी हुयी थी
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