सारी रात वो पिघलती रही
उसकी यही एक गलती रही
तेज हवाएं चल रही थी मगर
कमबख्त वो जलती रही
न फायदा कोई उठा सका
उम्र हरपल जिसकी ढलती रही
मौत के करीब जाकर वो
अपने साये में पलती रही
बेकार गयी उसकी जिन्दगी विंकल
सांसे अँधेरे में जिसकी निकलती रही
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