मैं तो एक एहसास हूँ
रहता तुम्हारे पास हूँ
ख्याल के पंछी की तरहां
ना आम हूँ ना खास हूँ
जिस दिन तुम रोये थे
उस दिन से मैं उदास हूँ
रोक ली क्योँ हंसी बोलो
ना मैं गम ना उल्लास हूँ
अजनबी हूँ मैं तुम्हारे लिए
फिर भी तुम्हारा दास हूँ
तोडे ना जो टूटे विंकल
मैं वो अटूट विशवास हूँ
No comments:
Post a Comment