दूर - दूर तक कोई करीब नहीं , करीब - करीब वो मुझसे दूर है
जी नमस्ते ,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज सोमवार(०४-०७-२०२२ ) को 'समय कागज़ पर लिखा शब्द नहीं है'( चर्चा अंक -४४८०) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है। सादर
बहुत बढ़िया
बहुत उम्दा
आह
सुंदर सृजन।
बहुत सुंदर मनमोहक सृजन। सुदर्शन रत्नाकर
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज सोमवार(०४-०७-२०२२ ) को
'समय कागज़ पर लिखा शब्द नहीं है'( चर्चा अंक -४४८०) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
बहुत बढ़िया
ReplyDeleteबहुत उम्दा
ReplyDeleteआह
ReplyDeleteसुंदर सृजन।
ReplyDeleteबहुत सुंदर मनमोहक सृजन। सुदर्शन रत्नाकर
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