दूर - दूर तक कोई करीब नहीं , करीब - करीब वो मुझसे दूर है
बेहद उम्दा गज़ल लिखी है.बेहतरीन.शानदार.....
बढ़िया
आभार
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सटीक सलाह देती खूबसूरत ग़ज़ल ।
सुंदर संदेश देता सृजन ।हर शेर उम्दा।
क्या बात है! बहुत ही बढ़िया।
आप सभी का बहुत बहुत आभार
दूर तलक जाने से पहलेघर पे ही बात संभाल लोसैलाब ना आ जाए कहींआयी बरसात संभाल लो//किसी एक शेर की तारीफ करूँ तो दूसरे की कीमत कम हो जायेगी।सराहनीय शैली है आपकी 👌👌
🙏
बेहद उम्दा गज़ल लिखी है.बेहतरीन.शानदार.....
ReplyDeleteबढ़िया
ReplyDeleteआभार
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ReplyDeleteसटीक सलाह देती खूबसूरत ग़ज़ल ।
ReplyDeleteसुंदर संदेश देता सृजन ।
ReplyDeleteहर शेर उम्दा।
क्या बात है! बहुत ही बढ़िया।
ReplyDeleteआप सभी का बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteदूर तलक जाने से पहले
ReplyDeleteघर पे ही बात संभाल लो
सैलाब ना आ जाए कहीं
आयी बरसात संभाल लो//
किसी एक शेर की तारीफ करूँ तो दूसरे की कीमत कम हो जायेगी।सराहनीय शैली है आपकी 👌👌
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