भरी आँख जरा सी देखी नहीं जाती
खुशदिल की उदासी देखी नहीं जाती
सब को मालूम है बेगुनाह है वो
मुझसे उसकी तलाशी देखी नहीं जाती
वो आसमाँ में,हां मुझे भी जाना होगा
ऑंखें दीद की प्यासी देखी नहीं जाती
कोई निगाहों से भी करदे गर बातें
सच ये भी बदमाशी देखी नहीं जाती
हर मौसम में विंकल खिजा मिली मुझे
अब उजड़ी हर दिशा सी देखी नही जाती
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